जाने किन जिलों के लिए सिटी हीट एक्शन प्लान की है सरकार की तैयारी

लखनऊ, झाँसी, आगरा एवं प्रयागराज के लिए सिटी हीट एक्शन प्लान की प्रदेश सरकार द्वारा पूरी तैयारी

लखनऊ Lucknow, झाँसी Jhansi, आगरा Agra एवं प्रयागराज Prayagraj के लिए सिटी हीट एक्शन प्लान की तैयारी ।

Lucknow : उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गांधीनगर के तकनीकी सहयोग से जनपद लखनऊ, झाँसी, आगरा एवं प्रयागराज के लिए सिटी हीट एक्शन प्लान तैयार करने हेतु आज दिनांक 6 अगस्त 2024 को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक प्राधिकरण के सभाकक्ष में माननीय उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, पी.वी.एस.एम, ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम (से.नि.) की अध्यक्षता में हुई।

बैठक का शुभारंभ प्राधिकरण की परियोजना निदेशक (सूखा प्रबंधन) डॉ. कनीज फातिमा ने किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अधिकतम तापमान झाँसी में 49.0 डिग्री सेल्सियस, आगरा में 48.6 डिग्री सेल्सियस और प्रयागराज में 49.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जलवायु परिवर्तन के कारण हीटवेव की घटनाओं में वृद्धि हो रही है, जिससे सामान्य जन-जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। हीटवेव से बचाव और इसके दुष्प्रभावों को कम करने हेतु इन शहरों के लिए सिटी हीट एक्शन प्लान तैयार करना अति आवश्यक है।

सिटी हीट एक्शन प्लान को तीन चरणों में तैयार किया जाएगा प्रथम चरण (अगस्त-सितम्बर 2024) नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक कर शहर की समीक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं का विवरण, स्लम क्षेत्र की जानकारी और आवश्यक डेटा एकत्र किया जाएगा। द्वितीय चरण (अक्टूबर-नवंबर 2024) नगर निगम अधिकारियों के साथ क्षमता निर्माण और संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन, डेटा विश्लेषण, आईईसी सामग्री की तैयारी और इन्टर-एजेंसी समन्वय का कार्य किया जाएगा। तृतीय चरण (दिसम्बर-फरवरी 2025) क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन, सिटी हीट एक्शन प्लान और आईईसी सामग्री की तैयारी और शुभारंभ किया जाएगा।

प्रोफेसर महावीर गुलेच्छा, इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गांधीनगर ने सिटी हीट एक्शन प्लान तैयार करने हेतु सभी विभागों को विस्तृत रूप से संबोधित किया।

बैठक में उपाध्यक्ष महोदय ने बताया कि उत्तर प्रदेश ने अपने सभी 75 जिलों के लिए विशिष्ट हीटवेव थ्रेसहोल्ड स्थापित करने वाला पहला भारतीय राज्य बनकर एक अग्रणी कदम उठाया है। इससे प्रत्येक जिले के प्रशासन को अपनी स्वतंत्र प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली बनाने में मदद मिलेगी। यह निर्णय जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों को इन सीमाओं के आधार पर हीटवेव की घोषणा करने और आईएमडी से व्यापक घोषणाओं की प्रतीक्षा किए बिना हीटवेव कार्य योजनाओं को सक्रिय करने का अधिकार देगा। उपाध्यक्ष ने विश्वास व्यक्त किया कि सिटी हीट एक्शन प्लान के क्रियान्वयन से लखनऊ, झाँसी, आगरा एवं प्रयागराज के नागरिकों को तेज गर्मी से होने वाले दुष्प्रभावों से बचाने में सहायता मिलेगी।उक्त बैठक और कार्यशाला के समन्वय का कार्य प्राधिकरण की प्रोजेक्ट एक्सपर्ट (कृषि) श्रीमती प्रियंका द्विवेदी और श्री प्रशान्त साही द्वारा किया गया।

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