बीच सड़क युवक को पीट रहे आधा दर्जन दबंगों को पुलिस ने पहले पकडा फिर बिना कार्यवाही छोडा
कानून व्यवस्था को पलीता लगा रहीं ललितपुर पुलिस कम होने की जगह बढ़ रहा अपराध
ललितपुर (सम्भव सिंघई) शहर में बड़ते अपराध के बीच खाकी को शर्मशार करने का एक ओर मामला सामने आया है जिसमें जिम्मेदार उपनिरीक्षक के सामने बीच बाजार गुम्मा पत्थर से मारपीट कर राहगीरो में भय का माहौल बना रहे आधा दर्जन दबंगो को चौकी प्रभारी की गैर मौजूदगी में चौंकी का प्रभाव देख रहे उपनिरीक्षक राघव ने थाने ले जाना भी मुनासिब नहीं समझा जबकि मामले का संज्ञान लेते हुये यूपी पुलिस ने ललितपुर पुलिस को कार्यवाही के आदेश दिये जिस पर ललितपुर पुलिस कोतवाल को मामले की जांच के आदेश भी दिये पर इन सब को दरकिनार कर चौकी पुलिस ने मामले को आया गया कर दिया। शुक्रवार शाम आठ बजे के करीब रेलवे स्टेशन देवगढ मार्ग पर लोगो की आवाजाही सुचारू चल रही थी कि इसी बीच बीच सडक पर गुम्मे और पत्थर चलने से अफरा तफरी मच गई। राहगीरो ने देखा कि आधा दर्जन से अधिक युवक एक बाइक सबार को बेरहमी से मार रहे है और बाइक सबार राहगीरो से अपनी जानबचाने की गुहार लगा रहा है लोगों से मदद ना मिलती देख पीडित युवक अपनी जान बचाने के लिये एक दुकान मे घुस जाता है पर दबंग वहा भी उसका पीछा नही छोडते और उसपर गुम्मा पत्थर से मारपीट करने लगते है इसी बीच वहां से उपनिरीक्षक राघव गुजरते है और मारपीट से सडक पर लगे जाम में फस जाते है मामले को भांपकर वे और उनके साथ चल रहे एक अन्य उपनिरीक्षक त्वरित कार्यवाही कर पांच दबंगो को अपनी पकड में ले लिया मौके से तीन बाइके भी जमा कर ली। मामले में पुलिस की त्वरित कार्यवाही से लोगो में पुलिस के प्रति एक विश्वास जगता है पर एक घंटे बाद ही एकाएक मामला दूसरी करवट लेेता है चौकी प्रभारी ने जिन दंबगो को पकड रखा था उनको बिना किसी कार्यवाही के मौके से ही चलता कर दिया जाता है ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली लोगो को सोचने पर मजबूर कर देती है कि आखिर पुलिस का अपराधियो के आगे नतमस्तक होने के पीछे का कारण क्या है।
सीओ क्राइम मीटिंग में छुट्टी पर हैं चौकी प्रभारी प्रशांत राणा
मामले में जानकारी के लिए सीओ सिटी अभय नारायण राय से बात करने का प्रयास किया गया पर वे क्राइम मीटिंग में थे वहीं चौंकी प्रभारी छुट्टी पर गए है।
बिना नम्बर प्लेट की थी गाडी फिर भी नहीं दिया ध्यान
स्टेशन देवगढ मार्ग पर मारपीट कर भय का माहौल बनाने वाले दबंग बिना नम्बर प्लेट की पल्सर बाइक लिये थे जो यह बताने के लिये काफी था कि दंंबग नही चाहते थे कि लोग उनकी गाडी की नम्बर प्लेट से उन तक पहुंचे। वही दूसरी तरफ जिले में बिना नम्बर प्लेट की गाडियो से हो रहे अपराध के बाद भी प्रभारी चौकी प्रभारी ने बिना नम्बर प्लेट की गाड़ी पर ध्यान नही दिया और दबंगो को चलता कर दिया।
ना थाना ना चौकी मौके से ही रफा दफा हुआ मामला
बीच सडक पर मारपीट के मामले में आधा दर्जन दबंगो को प्रभारी चौकी प्रभारी ने ना तो चौकी ले जाना मुनासिब समझा और ना ही आलाधिकारियो को अबगत करना, मामले में आनन फानन में दबंगो को मौके से छोडना लोगो के गले नही उतर रहा, लोगो का कहना है कि पुलिस के इस रूख से जिले में अपराध रूकेगा या बढ़ेगा।
ललितपुर में धूल फांक रहे एडीजी, आई जी और डीआईजी के आदेश
ललितपुर में बडते अपराध पर रोक लगाने के लिये ऊपर से आये आदेशो को ललितपुर पुलिस कितनी गंभीरता से लेती हैं इसका अंदाजा आप इसी घटना से लगा सकते है कि यूपी पुलिस ने कोतवाल को कार्यवाही के आदेश दिये वही दूसरी तरफ चौकी पुलिस ने मामले को रोड पर ही रफा दफा कर दिया।