आज पलक अपने पिता राजेंदर के साथ नर्सिंग मे एडमिशन कराकर रायबरेली से अपने घर जा रही थी तभी रास्ते मे आवारा पशु (सांडो) के झुंड ने उसपर अचानक से हमला कर दिया।
वोह कुछ भी समझ पाती की उसके पहले ही मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गयी।
आये दिन आवारा पशु (सांडो) की वजह से लोगो की जाने जा रही है।
सरकार और प्रशासन लगातार इस पर मौन है, प्रशासन व सरकार द्वारा इसका कोई भी उचित समाधान नहीं निकल पा रहा है।