जल स्तर बढने से जान जोखिम में डालकर निकलते ग्रामीण व जल स्तर कम होने का इंतजार करते ग्रामीण।
क्योलारी नदी का जलस्तर बढ़ने से दर्जनों गांव का आगमन हुआ प्रभावित
पनवाड़ी। विकासखंड पनवारी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बडेरा के समीप क्यौलारी नदी का जलस्तर बढ़ने से दर्जनों ग्रामीण क्षेत्र के आगमन के साथ जिला मुख्यालय एवं ब्लॉक से संपर्क टूट गया है।
नदी में जल स्तर बढ़ने की सूचना पर नायब तहसीलदार अभिषेक मिश्रा, नायब तहसीलदार बदलू प्रसाद, लेखपाल बृजेंद्र कुमार, लेखपाल शिवकरण, लेखपाल मेघा आदि ने ग्रामीण क्षेत्र का दौरा किया तथा ग्रामीणों से अपील की कि नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में कोई भी नदी को पर न करें।
बता दे कि क्योलारी नदी का जल स्तर बढने से करीब दो दर्जन से अधिक गांवों का आवागमन प्रभावित हो गया है। क्योलारी नदी पर एक छोटा सा पुल था जो पानी में डूब गया है। जिससे आसपास के गांवों का जनपद सहित ब्लाक से सम्पर्क टूट गया है।
अगर किसी भी व्यक्ति को कोई बीमारी की स्थिति होती है, तो ऐसे में क्योंलारी नदी में पुल छोटा होने के कारण वहां से निकलना मुश्किल हो रहा है। सूचना पर गांवों का दौरान करने पहुंची राजस्व विभाग टीम के द्वारा महोबकंठ क्षेत्र एवं ग्राम बैदों, निस्वारा व बुडेरा में नदी घाटों पर निरीक्षण किया।
राजस्व विभाग की टीम ने अपील की कि नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे कोई भी व्यक्ति नदी को पर न करें तथा बच्चों को नदी के बढ़ते हुए पानी के पास न जाने दें। जिससे कोई अनहोनी न घटित हो सके। वहीं ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मसूदपुर मार्ग पर क्योंलारी नदी में बड़ा पुल बनवाये जाने की मांग की है।
जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को बाढ की स्थिति से बचा जा सके। वही गा्रमीण देवेन्द्र, हरिशंकर ने बताया गया कि वह सुबह झांसी उपचार कराने के लिए जा रहा था, मगर नदी का जलस्तर बढा होने के कारण वह झांसी उपचार कराने के लिये नही जा सके। इसके साथ ही नदी का जल स्तर बढने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
रोजमार्रा के सामान को खरीदने के लिये ग्रामीणों को पनवाडी आना पडता है। मगर पानी बढ जाने के कारण ग्रामीण गांवों में ही कैद होकर रह गये है। फिलहाल प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों की मदद के लिये मुस्तैद हो गये है।